हिन्दू देव भूमि
भारत के हिंदू तीर्थ स्थलों के विकास के साथ ही हिंदू धर्म के अनुसार उनको विकसित करना है। हिंदू तीर्थ में हिंदू धर्म के अनुसार नए मंदिरों का निर्माण नई शैली के अनुसार किया जाना है जिससे श्रद्धालु उन मंदिरों में जाकर अपनी आस्था और भक्ति भाव को प्रकट कर सके। आज की आबादी को दृष्टिगत रखते हुए उन मंदिरों में ऐसी व्यवस्था रखी जाए कि हर भक्त को मूर्तिरूप में विराजित भगवान के दर्शन हो सके और अपनी आस्था प्रकट कर सके। उन मंदिरों में समयानुसार आधुनिक रूप से जो इंफ्रास्ट्रक्चर है जो विकास है उसको करने की आवश्यकता है जिससे वहां कम समय में अधिक से अधिक लोग पहुंच सके और दर्शन लाभ ले सके, ऐसी व्यवस्था को लागू करना है। भारत विभिन्न धर्मों के साथ ही हिंदू धर्मों के प्राचीन मंदिर और हिन्दू धर्म मे आज हमको कौन कौन से नियमों का पालन नियमित रूप से करना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी हिन्दू धर्म के नियम और अस्तित्व को समझ सकें। हिन्दू धर्म की प्राचीनता और भारत मे हिन्दू बाहुल्य होने के कारण हिंदुओं में आपसी समन्वय स्थापित करना तथा चौसठ करोड़ देवी देवताओं को एक मंच प्रदान करें, जहाँ लोग अपनी आध्यत्मिक शान्ति के लिए और आध्यत्मिक भावनाओं को प्रदर्शित कर सकें। लोग जीवन कल्याण के लिए भगवान से जुड़ सकें।